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Jaspal Kaur Public School | 2020-21 60
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ऑनलाइन अध्ययन-अध्यापन क इस सफ़र में ववद्याधथदयों का अभूतपूवद सहयोग हमें
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समला। इस सफ़र म हमन उन्हें तनरतर बिलते और बहतर होते हए पाया। कई बार
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व सशक्षक की भूसमका ग्रहण कर हमें तकनीक की उलझनों स बचाते, उनकी
बारीककयाँ समझाते और ऑनलाइन िुतनया क वास्तववक ससिीिन होने का प्रमाण
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िते। तनयसमत कक्षाओ क िौर में िो अक्सर क्लासऱूम स गायब रहते थ, उनमें भी
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यहाँ गज़ब का स्व-अनुशासन दिखा। इन्हीं ववद्याधथदयों में हमें नए लीिसद और
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िक्नोिट्स समले। अनेक ववद्याधथदयों की तछपी प्रततभा इस समय में अक ु ररत होती
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दिखी। मिसद िे, फािसद िे, अथद िे, योग दिवस िैसे अनेक अवसरों पर आयोजित
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ऑनलाइन कायदिमों में इनका उत्साह दहलोर मारता दिखा। ऑनलाइन ललेिफॉमद पर
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पढ़ने-पढ़ान की प्रकिया एक सामूदहक प्रकिया ह। यदि इस िीम का कोई एक खखलाड़ी
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भी िगमगाया तो हारना तय ह। शायि यह बात हमार ववद्याथी समझ गए थ, े
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इससलए व कक्षाओ में एक-िूसर को अनुशाससत-प्रोत्सादहत करते दिख।
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इस कहानी क तीसर पात्र हैं- असभभावक। वे हमार पररवार की नींव हैं। असभभावकों
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क सलए भी यह रास्ता ककड़-पत्थरों स भरा हआ था। एक तरफ लॉकिाउन से
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उत्पन्न आधथदक चुनौततयाँ, िूसरी तरफ बच्चों का घर में सुबह स शाम तक चलने
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वाला हड़िग और तीसरी तरफ शुरुआती चरण में ऑनलाइन कक्षाओ क सलए अपेक्षक्षत
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उपकरणों की अनुपलब्धता िैसी चुनौततयाँ उनक सामन थीं। इन चुनौततयों का
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मुक़ाबला असभभावकों न मिबूती स ककया और इस नए हालात में उन्होंने अपनी
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जिम्मवाररयों का बखूबी तनवादह ककया।
इस सफ़र क सभी ककरिारों ने थमने और हारने से इनकार कर दिया था। रात अधेरी
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थी, पर हम थक नहीं, सोए नहीं, हमन अधर को थकन पर मिबूर कर दिया।
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िकपीएस पररवार का हर सिस्य अपने दहस्से की पारी खलता गया। इस तरह यह
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मैच ववतनंग मैच में बिला और मुझे उम्मीि ह कक हर पारी में िीत का िवन
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हमार दहस्स में आएगा।
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“इस सफ़र में नीिंद ऐसी खो गयी
हम न सोए, र त थककर सो गयी।“
(र ह म सूम रज़ )
-- मनीष अरोड़
पवभ ग ध्यक्ष
दहन्द